$ 0 0 नमस्ते किसी कारणवश आज यशोदा दीदी उपस्थित नहीं हैं इसलिए आज की प्रस्तुति भी मेरे ही द्वारा- रेखाचित्रों में स्मृतियाँउलझन सुलझा दो न..सूरज समीकरण..."आज मेरे देश को सुभाष चाहिए" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') बचपन साँकल चलो फुटपाथ पर चलकर कोई मिसरा उठाते हैं.....~यशवन्त यश