मकर संक्रान्ति की शुभ कामनाएं
मैं दिग्विजय अग्रवाल
आप सभी का अभिनन्दन करता हूँ
आज की हलचल मेरी पसंद की
थोड़ा तो कष्ट होगा पर
अच्छा भी लगेगा बदलाव....
तो बढ़ें आगे.......
मकर राशि में आ गये, अब सूरज भगवान।
नदिया में स्नान कर, करना रवि का ध्यान।१।
उच्चारण में रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
नहीं. आज मैं चीखूंगी. 'आई लव यू पापा
दुनिया में अगर सिर्फ तीन लोगों से प्यार किया है
तो बस पापा से,
मंटो से और तुमसे
लहरें में पूजा उपाध्याय
“दादा जी ! जब आपको कहीं जाना होगा
तो मैं आपको अपनी नई साईकिल से ले चलूँगा ।”
कबाड़ में अर्चना तिवारी
वैसे मैं अपने इस ब्लॉग पर कवितायें ही पोस्ट करता रहा हूँ ।
पर इस बार एक कहानी
काव्य सुधा में नीरज कुमार नीर
तुम मेरे घर आना
खोल अपनी लाल पोटली
जग में रश्मि बिखराना
मधुर गुंजन में ऋता शेखर
निःशब्द और अक्षर का
निर्जन गीत लिख रहा था !
हिन्दी कविता मंच पर ऋषभ शुक्ला
कंजूस मक्खीचूस
एक लघुकथा
पिट्सबर्ग में एक भारतीय में स्मार्ट इण्डियन
संसार में सबसे अच्छा ,
सबसे सच्चा और सबसे प्यारा शब्द
सिर्फ और सिर्फ "मां "ही है !
कविताओं के मन से....!!!! में विजय कुमार सप्पत्ति
कभी ख़त्म नहीं होता सिलसिला
यादें
स्वप्न मेरे में दिगम्बर नासवा
नया विहान शब्दों का संसार रचें महान
नदिया तीरे
सपने में शशि पुरवार
मैं आज का स्थानापन्न चर्चा कार
दिग्विजय अग्रवाल आप सबसे
यहीं विदा लेता हूँ......
मैं दिग्विजय अग्रवाल
आप सभी का अभिनन्दन करता हूँ
आज की हलचल मेरी पसंद की
थोड़ा तो कष्ट होगा पर
अच्छा भी लगेगा बदलाव....
तो बढ़ें आगे.......
मकर राशि में आ गये, अब सूरज भगवान।
नदिया में स्नान कर, करना रवि का ध्यान।१।
उच्चारण में रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
नहीं. आज मैं चीखूंगी. 'आई लव यू पापा
दुनिया में अगर सिर्फ तीन लोगों से प्यार किया है
तो बस पापा से,
मंटो से और तुमसे
लहरें में पूजा उपाध्याय
“दादा जी ! जब आपको कहीं जाना होगा
तो मैं आपको अपनी नई साईकिल से ले चलूँगा ।”
कबाड़ में अर्चना तिवारी
वैसे मैं अपने इस ब्लॉग पर कवितायें ही पोस्ट करता रहा हूँ ।
पर इस बार एक कहानी
काव्य सुधा में नीरज कुमार नीर
तुम मेरे घर आना
खोल अपनी लाल पोटली
जग में रश्मि बिखराना
मधुर गुंजन में ऋता शेखर
निःशब्द और अक्षर का
निर्जन गीत लिख रहा था !
हिन्दी कविता मंच पर ऋषभ शुक्ला
कंजूस मक्खीचूस
एक लघुकथा
पिट्सबर्ग में एक भारतीय में स्मार्ट इण्डियन
संसार में सबसे अच्छा ,
सबसे सच्चा और सबसे प्यारा शब्द
सिर्फ और सिर्फ "मां "ही है !
कविताओं के मन से....!!!! में विजय कुमार सप्पत्ति
कभी ख़त्म नहीं होता सिलसिला
यादें
स्वप्न मेरे में दिगम्बर नासवा
नया विहान शब्दों का संसार रचें महान
नदिया तीरे
सपने में शशि पुरवार
मैं आज का स्थानापन्न चर्चा कार
दिग्विजय अग्रवाल आप सबसे
यहीं विदा लेता हूँ......