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अब मोबाइल में बैलेंस की ज़रूरत नहीं पड़ेगी !

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नमस्कार!
सप्ताह की पहली प्रस्तुति मे पेश ए खिदमत हैं कुछ बेहद खास और चुने हुए लिंक्स-

मार्ज पियर्सी की कविता — बलात्कार
बलात्कार किये जाने और
शीशा तोड़कर सर के बल निकलने में
और कोई फर्क नहीं, सिवाय इसके कि
तुम डरने लगती हो
मोटर गाड़ी से नहीं, बल्कि मर्द ज़ात से.

पहाड़
ऊँचा हो लक्ष्य
पहाड़ सा ह्रदय
विशाल मन  

पतंग और डोर
हो कर रह गया निर्भर
अस्तित्व केवल डोर पर,
जब भी कट जाती डोर
अनुभव होती आजादी
केवल कुछ पल की,
गिरने लगती
ज़मीन की ओर
और फंस जाती
किसी पेड़ या खंबे पर,

"चले थामने लहरों को" 
चीर पर्वतों की छाती को, बहती चंचल धारा है,
गहरी नदिया दूर किनारा, कोई नहीं सहारा है,
चप्पू लेकर दूर खड़े ये, चले थामने लहरों को।

चोटी पर बैठे मचान की, लगा रहे हैं पहरों को।।

रंगकर्म को अपनी आलोचना खुद गढ़नी होगी
प्रगतिशील सांस्कृतिक आंदोलन की इस धारा ने लेखकों और रंगकर्मियों के दायरे से बाहर जाकर भी विभिन्न कला रुपों से जुड़े संस्कृतिकर्मियों को भी बड़े पैमाने पर आकर्षित किया। नृत्य, संगीत, चित्रकला से जुड़े अनगिनत लोग इस सांस्कृतिक आंदोलन का हिस्सा बने। ये सभी लोग वामपंथी या कम्युनिस्ट भी नहीं थे, लेकिन देश और मेहनतकश जनता के प्रति प्रतिबद्ध थे, उनकी तमाम अभिव्यक्तियां शोषण और गुलामी से मुक्ति तथा एक सुंदर, समतापूर्ण समाज के निर्माण की अभिव्यक्तियां बनीं। वे सही मायनों में ‘पृथ्वी के नमक’ का हक अदा करना चाहते थे।


भारत के चुनाव सुधार कार्यक्रम में नार्वे की चुनाव प्रक्रिया से सबक लिया जा सकता है
४५ लाख की आबादी वाले देश में ४०-४५ लोगों का वही महत्व है जो १२० करोड आबादी वाले भारत में करीब १ लाख  लोगों का होता है . भारतीय सन्दर्भ में इस सभा को एक लाख की भीड़ माना जाएगा . इस तुलना के बाद भारत में राजनेताओं के आचरण और चुनावी सभा की संस्कृति के बारे में विचार करना ज़रूरी  जाता है . भारत में सुविधाओं के पीछे भागने वाले नेताओं की जमात को लोकशाही की राजनीति में प्रशिक्षित किये जाने की ज़रूरत है . उल जलूल चुनावी वायदे करने वाले नेताओं के लिए यह देखना भी ज़रूरी है कि अलोकप्रिय राजनीति भी अगर पार्टी ने तय कर लिया है तो उसका पालन किया जाना चाहिए . 


अब मोबाइल में बैलेंस की ज़रूरत नहीं पड़ेगी !
Viber एक एसा ही सॉफ्टवेर है जिसके मदद से आप इन्टरनेट के द्वारा किसी भो मोबाइल या कंप्यूटर पर विडियो या ऑडियो काल कर सकते हैं वो भी फ्री में! मोबाइल से फ्री विडियो और ऑडियो कलिंग की सुविधा और भी कई सॉफ्टवेर देते हैं इनमे सबसे लोकप्रिय स्काइप है लेकिन स्काइप के साथ परेशानी ये है की ये सॉफ्टवेर मोबाइल के बेटरी और स्पेस का इस्तेमाल ज़यादा करता है जब की Viber इसके मुकाबले मोबाइल के बैटरी और स्पेस का इस्तेमाल कम करता है !

~यशवन्त माथुर

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