आजादी की सड़सठवीं वर्षगाँठ से एक दिन पहले.....ईश्वर करे सब कुछ अच्छा हो
आजादी की सड़सठवीं वर्षगाँठ से एक दिन पहले याद आ रहा है श़ायर ज़नाब अन्सार कम्बरीकी ग़ज़ल का ये श़ेर...चाँदी जैसा ताज है, सोने जैसे केश |ऋतुयें अभिनन्दन करें, ऐसा मेरा देश ||चलिये लिंक्स की ओरमन कहाँ...
View Articleस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
नमस्कार!हलचल के सभी पाठकों को स्वतन्त्रता दिवसकी हार्दिक शुभ कामनाएँ!स्वतन्त्रता दिवस / हरिवंशराय बच्चनदासता की रात में जो खो गये थे,भूल अपना पंथ, अपने को गये थे, वे लगे पहचानने निज वेश फिर से!आज से...
View Articleशहीदों को नमन... शुकरवारीय हलचल
वन्दे मातरम्सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्शस्यशामलां मातरम् ।शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनींफुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनींसुहासिनीं सुमधुर भाषिणींसुखदां वरदां मातरम् ।। वन्दे मातरम्आखिर एक सुबह वो आई , आज़ादी की...
View Articleनयी पुरानी हलचल..शनिवारीय अंक...
आज का अंकबिना किसी भूमिका केचलें ...सीधे लिंक्स की ओरचमन के सरपरस्तों से न गर नादानियां होतींन हरसू ख़ार की नस्लें गुलिस्तां में अयां होतीं कांतिहीन विवशता मेआशा की एक किरण बनकरज़िंदगी के हाशिए पेलिखी...
View Articleगर्व है हमें तुम्हारे ऊपर
नमस्कार!सप्ताह की पहली हलचल मे आपका हार्दिक स्वागत है प्यारी लड़कियों गर्व है हमें तुम्हारे ऊपर*********************कब जाएगा हाशिए.......परयह ज़ालिम नैटवर्क..'********************* एक चिट्ठी...
View Articleमैं रीत गई, हो गई खाली.....
नमस्कार!सप्ताह की पहली प्रस्तुति मे आपका हार्दिक स्वागत है-स्याही का भींगा अंतर्मन! मन उदास हो तोअब मैं बसइंतज़ार करती हूँ,समय ही है बीत जाएगाघबड़ाना मेरा अबरुक गया... मैं रीत गई, हो गई...
View Articleराखी की हार्दिक बधाई और ढ़ेरों शुभकामनायें
☼ शुभप्रभात .... !! ☼ न कोई वादा ,न कोई क़समें बस एक कच्चा धागा और थोड़ी सी रस्में ....भाई की कलाई जब सजती है बहन के प्यार से ,तो अनमोल हो जाता है वो पल दोनों के दुलार से ....ये प्यारा सा बंधन बन जाता...
View Articleतो आज मुझे क्या लिखना चाहिए?
नमस्कार!जो लोग रक्षा बंधन आज माना रहे हैं उन सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ!यशोदा दीदी इस हफ्ते त्योहार मनाने गयी हुई हैं;हमें आशा है अगले बुधवार हम सबके लिये मिठाई का एक टुकड़ा ज़रूर लाएँगी।तो चलते हैं अब आज...
View Articleसदी बोल रही है
नमस्कार!गुरुवारीय हलचल मे आपका स्वागत है इन लिंक्स के साथ-राधा बाई की लव स्टोरी पढ़ते हुए एक कविता याद आती है! सदी बोल रही है हादसे जो राह में मिलते रहे ...तो कुछ रिश्ते न जाने क्यूँ उलझते रहे हर...
View Articleक्या शिक्षा का अर्थ यही... शुकरवारीय हलचल।
शश्त्र इस आत्मा को काट नहीं सकते ,अग्नि इसको जला नहीं सकती। जल इसको गीला नहीं कर सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती ;क्योंकि आत्मा अछेद्य ,अ-दाह्यऔर अशोष्य है। आत्मा नित्य ,सर्वगत ,अचल और सनातन है।इस...
View Articleशीर्षकहीन!
नमस्कार!शनिवारीय प्रस्तुति मे आपका स्वागत है इन लिंक्स के साथ- उड़ान बापू ने मनु को पुकारा ' मनु ''क्या हैं बापू 'उसने कहा बापू ने मनु के हाथो को अपने हाथो में लेकर कहा 'आज से ये हाथ...
View Articleहमें तो लूट लिया मिल के मॉल वालों ने
नमस्कार!रविवारीय प्रस्तुति मे आपका स्वागत है इन लिंक्स के साथ-साहित्यिक परिवारज्ञान बोझ बनता वहीं, अहंकार हो बीज।कैसे सुलझाएं इसे, सोच सुमन नाचीज।।जो जिसने हासिल किया, वही अपरिमित ज्ञान।ऐसा जो सोचे...
View Articleअब मोबाइल में बैलेंस की ज़रूरत नहीं पड़ेगी !
नमस्कार!सप्ताह की पहली प्रस्तुति मे पेश ए खिदमत हैं कुछ बेहद खास और चुने हुए लिंक्स-मार्ज पियर्सी की कविता — बलात्कारबलात्कार किये जाने औरशीशा तोड़कर सर के बल निकलने मेंऔर कोई फर्क नहीं, सिवाय इसके...
View Articleकुछ अहसास ....
☼ शुभप्रभात .... !! ☼ मेरा या हमारा साथ चाहेंगी एक सवाल गुम क्यूँ हैं ?http://meenakshi-mssharma.blogspot.in/2010/12/blog-post_29.htmlदिल से दिल जुड़ने की कोई उम्र नही होती,क्योंकि कहते हैं ना दिल तो...
View Articleउमड़ते आते हैं शाम के साये........आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी है...बुधवारीय हलचल
आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी हैआज भगवान श्री कृष्ण जनम लेंगेकाश...सच में जन्म ले लेते भगवान आजभारत कंसों से मुक्ति तो पा जाताकुल मिला कर कहिये जय श्री कृष्ण.. चलते हैं सीधे लिंक्स की ओर..हम तेरे द्वारे कब...
View Articleसंस्कृति को अपनी राजनीति तय करनी पड़ेगी
नमस्कार!गुरुवारीय हलचल मे आपका स्वागत है इन कुछ लिंक्स के साथ--ये धुंधले आशियानेकुछ कहते हैं कभी कभी भीतर कितने ही शहर बसे हैं!जो समेटे हैं अतीत का इतिहास संस्कृति को अपनी राजनीति तय करनी पड़ेगीएक नयी...
View Articleचाहत...शुकरवारीय हलचल।
****नमस्कार व शुभप्रभात*******आज मैं पुनः हाजिर हूं*** अपनी पसंद के कुछ लिंक लेकर***ये हैं आज के लिये कुछ प्यारे लिंक... राधा अदभुत प्रीत की ,दे रही है मिसालमीराबाई भाँवरी , कान्हा बिन बेहाल सरिता...
View Articleजान कर, जान लेना फितरत तुम्हारी....आज का शनिवारीय अंक
अगस्त का अंतिम दिनसारे काम हो गएईद हुई, स्वतंत्रता भी मिलीराखियाँ भी बंधी, और जन्म भी हो गयाभगवान श्री कृष्ण कापर गज़ब ये हुआकि दन से गिर गया रुपयाआवाज भी नहीं आई गिरने कीचलिये चलें देखें आज की हलचलजान...
View Articleभाषाओं के अंत का आख्यान
नमस्कार!वक़्त कितनी तेज़ी से बदलता है.... लगता है जैसे कल ही हमने नया साल मनाया था .... और पलक झपकते ही साल का 9 वां महीना भी आ गया....देखते देखते यह 3-4 माह भी बीत ही जाएंगे ...और फिर भी चलता रहेगा...
View Articleदेश का भविष्य कक्षा के बाहर
नमस्कार!माह की दूसरी और सप्ताह की पहली प्रस्तुति मे आप का स्वागत है-क्या कर रहा है देश का भविष्य कक्षा के बाहर जो चौक में बैठा था, कोना चला गया सोने की आरजू में सोना चला गया मेरे पड़ोस में जिंदगी आस...
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