$ 0 0 नमस्ते गुरुवारीय प्रस्तुति मे आपका स्वागत है इन लिंक्स के साथ-फिर इंद्रधनुष सजाए मैंनें,...स्त्री / :) वही …मानव …निर्लज...!मेरे दिवान-ए-इश्क में उसनें नया हर्फ़ खिंचा है सरदी आई ,सरदी आई मिलकर जुटें खुरपेंची लाल महान ~यशवन्त यश