$ 0 0 नमस्कार!कल मई दिवस था,कल हमने आपने और सबने अपने अपने मंच से जो बातें कहीं और सुनीं हमें आशा है कि उन बातों और सुझावों को अमल मे भी लाया जाएगा। गुरुवारीय हलचल मे आपका स्वागत है इन लिंक्स के साथ- मजदूर : सबके करीब सबसे दूरप्यारे प्यारे मोरश्रमिकों के अधिकारों की पैरवी करता मई दिवसकहाँ खड़ा है आज का मजदूर------?काम के घंटे हों -चारअनकहा पैगाम...आज मुझे ग़म नहीं.....पुरी यात्रारमिया का मंगलवार आज फिर आँख भर गई होगी.. यशवन्त माथुर